अयोध्या: प्रभु राम की नगरी अपने राम के रंग में रंग रही है. प्रभु राम के विराजमान होने से पहले देश में राम भक्तों की गंगा भी पूरे देश में बह रही है. देश के कोने-कोने से आ रही भक्ति की यह धारा अयोध्या के भवसागर में मिल रही है. एक ऐसा ही भक्त राजस्थान से गुजरात होते हुए साइकिल से धर्म नगरी अयोध्या पहुंचा है. यह राम भक्त भी उस कहानी का गवाह रहा है जब 1992 में बाबरी मस्जिद का विध्वंस हुआ था. 31 वर्ष पूर्व इस राम भक्त ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर एक प्रतिज्ञा भी ली थी.
भव्य मंदिर के निर्माण को लेकर कई राम भक्तों ने अपने-अपने तरीके से संकल्प लिया था और संकल्प को पूरा होता देखने के लिए वह अपने राम को देखने धर्म नगरी अयोध्या भी आ रहे हैं. राजस्थान का एक ऐसा भक्त है जिसका नाम नेमाराम है. इस भक्त ने 2 दिसंबर 2023 को गुजरात से साइकिल से यात्रा शुरू की . नेमाराम ने बताया कि मेरा संकल्प था कि प्रभु राम का जब भव्य मंदिर बन जाएगा तब हम अयोध्या साइकिल यात्रा से जाएंगे.
37 दिनों में 1500 किमी का सफर
खास बात यह है कि 1992 से लेकर अभी तक इस राम भक्त ने अपने पैर में जूता नहीं धारण किया है. नंगे पांव साइकिल की पैडल मार के धर्म नगरी अयोध्या पहुंचा है. 37 दिनों में यह राम भक्त लगभग 1500 किलोमीटर साइकिल चलाकर अपनी आराध्य प्रभु राम का आशीर्वाद लेने अयोध्या पहुंचे हैं. भक्त नेमाराम 30 साल बाद जूता भी धारण करेंगे और 30 जनवरी को प्रभु राम के दर्शन कर अपने संकल्प को पूरा करने हुए आपने घर को रवाना होंगे.
2 दिसंबर को गुजरात से शुरू हुआ सफर
राम भक्त नेमाराम ने बताया कि राजस्थान के रहने वाले हैं. 2 दिसंबर 2023 को गुजरात से साइकिल से हमने यात्रा निकाली थी और आज धर्मनगरी अयोध्या पहुंचा हूं. जब अयोध्या में बाबरी का विध्वंस हुआ था उस समय विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया के साथ मैं अयोध्या आया था और जब से बाबरी मस्जिद का विध्वंस हुआ तब से रामलला टेंट में है. लगभग 31 साल पहले हमने प्रतिज्ञा ली थी कि जब तक प्रभु राम का भव्य मंदिर नहीं बन जाता, तब तक हम पैर में जूता नहीं धारण करेंगे.
21 साल से जारी है नेमाराम का सफर
नेमाराम ने बताया मैं इस प्रतिज्ञा को लेकर पिछले 21 वर्षों से साइकिल यात्रा कर रहा हूं. इतना ही नहीं हमने भारत भ्रमण भी अपने साइकिल से ही किया है. इस दौरान हमने 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन किए हैं. मैने 21000 किलोमीटर का सफर किया है. अब अयोध्या का भव्य मंदिर बन रहा है. बहुत अच्छा लग रहा है कि त्रेता युग के बाद भारत अब दीपावली मनाएगा. जब प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे.